भाई की साली को माँ बनाया
दोस्तों मैं अजनबी दहिया आपके सामने अपनी पहली कहानी मोना की चुदाई पेश करने जा रहा हूँ। सबसे पहले मैं गुरूजी का धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने मेरी कहानी को समझा और आप लोगो तक पहुँचाया, और उन फड़कती हुई चूतों को भी मेरा सलाम, जो हमेशा किसी लण्ड की तलाश में रहती हैं। चूतें हमेशा चुदने के लिए ही होती हैं !
मोना मेरी एक रिश्तेदार है। वह मेरे बड़े भाई की साली है। मोना और मेरा चक्कर बहुत पहले से चल रहा था।
एक दिन मैं उसके शहर में गया, मैंने वहां होटल में कमरा लिया और दो दिन तक रुका। मैंने मोना को फ़ोन कर शाम को कमरे पे बुला लिया। वो मेरी पसंद की काली साड़ी में शाम को पाँच बजे वहां आ गई। उसके आते ही मैंने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। वो बला की खूबसूरत लग रही थी।
मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया और चूमने लगा। वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैंने उसे उठाया और बिस्तर पे लिटा दिया।
मैंने उसके होठों को जी भर के चूसा। फिर मैंने उसकी काली साड़ी को निकाल फेंका. फिर मैं उसके स्तनों को ब्लाऊज़ के ऊपर से ही मसलने लगा। वो भी मुझे कस के बाहों में लिए हुए थी और बहुत ही खुश थी। उसका पति उसे समय नहीं दे पाता था। वो मेरे द्वारा माँ बनना चाहती थी। मैंने उसके ब्लाऊज़ और पेटीकोट को उतार दिया। अब वो ब्रा और पेंटी में थी और बड़ी ही सेक्सी लग रही थी।
मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और उसे चूमने लगा और एक हाथ से उसके छोटे-२ स्तनों को सहला रहा था। फिर मैंने उसकी पेंटी में हाथ डाला तो वो गीली हो चुकी थी, उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था। मैं उसकी चूत में ऊँगली घुमाने लगा।
अब मैंने उसकी ब्रा को भी निकाल फेंका। अब हम दोनों पूरे नंगे हो चुके थे। मैं उसके दोनों स्तन बारी-२ से सहला रहा था और उसके रस-भरे होठों को चूम रहा था। अब मोना ने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया और सहलाने लगी। अब हम दोनों ६९ पोजीशन में आ गए। वो मेरे लण्ड को लॉलीपोप की तरह बड़े ही मजे से चूस रही थी और में उसकी चूत को चाट रहा था। करीब पन्द्रह मिनट बाद हम अलग हुए, वो दो बार झड़ चुकी थी। अब उसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हो रहा था। उसने मुझसे कहा- अब जल्दी से ऊपर आ जाओ !
मैंने अपने लण्ड को निशाने पे लगाया और उसकी बूर पे रखकर एक जोरदार झटका मारा, वो दर्द के मारे कराहने लगी। मैं उसके स्तन मसलने लगा।
जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने एक और जोरदार शोट मारा और पूरा का पूरा लण्ड उसकी चूत की गहराई में समां गया। वो एक बार फिर दर्द से चिल्ला उठी और आ आआ आ आह्ह्ह्ह्ह् ईईइह्ह्ह्ह्ह ऊऊ ऊ ऊ ऊह्ह्ह्ह्ह् की आवाजें करने लगी। मैंने उसके होठों पे अपने होंठ रख दिए। जब उसका दर्द कम हो गया तो वो कहने लगी- जोर से चोदो मेरे राजा ! आज इस चूत का भोंसड़ा बना दो ! और जोर से … और जोर से ! आज मुझे छोड़ना नहीं मेरे रज्जा !……. मुझे आज पेल दो आज …… !
मैं जोर-२ से ध्क्के लगाने लगा, मोना भी मेरा पूरा साथ दे रही थी और नीचे से गांड उठा-२ कर झटके मार रही थी। करीब पन्द्रह मिनट बाद मैंने कहा- अब मैं झड़ने वाला हूँ !
इससे पहले वो दो बार झड़ चुकी थी, तो उसने कहा- स्पीड बढ़ा दो !
मैं तेज-२ झटके लगाने लगा और १०-१५ झटकों के बाद मेरा लावा उसकी चूत में समां गया। वो आज बहुत ही खुश हुई।
फिर मैंने उसे अगले दिन कुतिया बना के भी चोदा। इस तरह आज वो माँ बनने वाली है और आज भी मुझसे बहुत प्यार करती है।
दोस्तों आशा करता हूँ मेरी यह कहानी आपको बहुत पसंद आएगी। इसी विश्वास के साथ यहीं ख़त्म कर रहा हूँ। पर मेल भेजना न भूलिएगा।
आपके मेल का इंतजार रहेगा। आप सभी को ढेर सारा प्यार।
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