रैगिंग ने रंडी बना दिया-23 – Antarvasna
अब तक की इस हिंदी सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मोना और काका की चुदाई की तैयारी चल रही थी।
अब आगे..
काका- चल अब देर ना कर.. ऊपर छत पर चल.. वही तेरी गांड मारूँगा।
मोना- अब छत पर जाने की क्या जरूरत है.. वो तो सोई हैं, यहीं कर लेते है ना?
काका के चेहरे पे खतरनाक मुस्कान आ गई, वो होंठों पे जीभ घुमाते हुए मोना को बांहों में लेकर बोले- नहीं मोना रानी.. आज तो खुले आसमान के नीचे ही तेरी चुदाई करूँगा। वैसे तो मैंने बहुत बार खुले आसमान के नीचे ठुकाई की है, मगर आज की बात ही अलग है, आज तो दुगुना मज़ा मिलेगा। चल अब देर ना कर मेरा लंड ये सोच कर ही अकड़ रहा है कि आज तो बहुत मज़ा आने वाला है।
मोना- आपका तो लंड अकड़ रहा है मगर मेरी गांड फट रही है, पता नहीं आज मेरी गांड के साथ आप क्या करोगे?
वो दोनों ऊपर चले गए, जहाँ राजू पहले से ही बैठा हुआ था, जिसे देख कर मोना को गुस्सा आ गया।
मोना- तुझे थोड़ी बहुत भी शर्म है कि नहीं.. साला नामर्द कहीं का.. अब तू यहाँ क्या लेने आया है?
काका- अरे रहने दे मोना रानी.. बच्चा है.. कुछ मिनट उसको मज़ा भी दे दे, तेरा क्या बिगड़ जाएगा। फिर तुझे असली मज़ा तो मैं दे ही दूँगा।
राजू- मान जाओ ना भाभी जी.. अब आप हो ही इतनी सुन्दर कि मेरा लंड तो आपको छूने के साथ ही पानी फेंक दे। फिर आपने तो कल इसको ऐसी लाजवाब चुसाई दी कि बेचारा पानी ही फेंकेगा ना!
मोना- ठीक है.. अब ज़्यादा मस्का मत लगा.. आज भी तेरा लंड चूस कर ही पानी निकाल देती हूँ.. मेरी चुत तो तेरे से मारी नहीं जाएगी।
राजू- नहीं भाभी जी.. आज चाहे 2 मिनट ही सही.. मगर भाभी आपकी चुत ही मारूँगा.. वो भी आपको घोड़ी बना कर चोदूंगा।
मोना- हा हा हा देखो काका.. ये भोसड़ी का मुझे घोड़ी बनाएगा, साला मेरी चुत में तेरा लंड जल जाएगा.. इसकी आग तुझे नहीं पता है।
काका- अब जाने भी दो, क्यों बेचारे को शरमिंदा कर रही है तू.. चल निकाल दे अपने कपड़े.. और इसको जल्दी से ठंडा कर, फिर मुझे भी तेरी गांड भी मारनी है।
मोना ने नाइटी उतार दी.. अन्दर उसने कुछ नहीं पहना हुआ था, जिसे देख कर राजू पागल हो गया। आनन-फानन में वो भी नंगा हो गया और मोना के पास जाकर उससे लिपट गया, वो मोना को किस करने लगा। मोना भी उसका साथ देने लगी। कुछ देर बाद दोनों अलग हुए तो मोना झट से नीचे बैठ गई और राजू के लंड को चूसने लगी।
राजू- आह.. सस्स नहीं आह.. बहुत मज़ा आ रहा है उफ़फ्फ़.. अब बस आह.. मुझे आह.. तेरी चुत मारनी है भाभी आह.. रूको आह.. नहीं।
मोना मन ही मन हंस रही थी.. उसे पता था कि ज़्यादा देर चुसाई की तो ये झड़ जाएगा। फिर उसने लंड मुँह से निकाल दिया और गांड हिलाते हुए घोड़ी बन गई।
मोना- आजा मेरे राजा.. तेरी घोड़ी तैयार है.. कर ले अपना अरमान पूरा।
काका अलग बैठा हुआ अपना लंड सहला रहा था और धीरे-धीरे बड़बड़ा रहा था कि हाय रानी आज तो तेरी गांड मारूँगा.. साथ मैं उस कुँवारी चुत को भी फाड़ दूँगा आह.. आज दोनों को पूरी रात चोदूंगा आह.. साली कब से मेरी नियत उस पर थी आह.. आज तो हाथ आया मौका नहीं जाने दूँगा मैं।
ना ना ज़्यादा सोचो मत.. ये नया ट्विस्ट है, जल्दी पता लग जाएगा आप बस मज़ा लो।
राजू ने लंड चुत पर रखा और जोर से झटका मारा तो उसका लंड बिना किसी रुकावट के फिसलता हुआ चुत में खो गया।
मोना- हाय मेरे ढीले राजा.. ओफ अब चोद भी दे आह.. चुत की आग भड़का दी तूने तो.. ओफ जोर से चोद आह.. निकाल ले अपनी भड़ास आह..
मोना भी गांड हिला-हिला कर चुदाई करवाने लगी, जिससे राजू को और मज़ा आने लगा और वो भी स्पीड से धक्के देने लगा।
मोना की चुत की गर्मी राजू को बेहाल कर गई और वो 5 मिनट भी नहीं टिक सका, उसका लंड मोना की चुत को रस से भिगोने लगा।
राजू- आह.. आ मैं गया आह.. मेरी जान आह.. तू बहुत अच्छी है आह.. तेरी चुत आह.. बहुत गरम है आह.. आह..
मोना- आह.. साले थोड़ा और करता मज़ा आ रहा था.. ओफ काका अब आप ही मेरी प्यास मिटाओ ओफ इस साले ने चुत की आग को भड़का दिया है आह.. आ जाओ आह.. काका आओ ना।
राजू एक तरफ़ हो गया तो काका मोना के पास आए और उसकी गांड के छेद पर उंगली घुमाने लगे, जिससे मोना के जिस्म में करंट सा दौड़ गया।
मोना- आह.. नहीं काका अभी नहीं.. ओफ पहले मेरी चुत को ठंडा करो ओफ बहुत जल रही है आह.. उसके बाद गांड मार लेना।
काका- डर मत मोना रानी.. पहले तेरी चुत ही मारूँगा, उसके बाद तेरी गांड को ठोकूँगा.. अबे साले तू अब यहाँ क्या कर रहा है, जा और जाकर उसको तैयार कर.. तब तक मैं मेरी प्यारी बहू की चुत ठंडी करता हूँ।
काका की पूरी बात मोना को सुनाई तो दी मगर वो वासना में जल रही थी इसलिए उसे कुछ समझ नहीं आया। वो तो बस इंतजार में थी कि जल्दी से काका अपना मूसल अन्दर पेल दें और उसकी चुत को सुकून मिले।
काका ने लंड चुत पर रखा और एक ही झटके में पूरा अन्दर घुसा दिया।
मोना- आह आह… मज़ा आ गया उफ़फ्फ़… इसे कहते है असली लंड ओफ चोदो काका आह.. अपनी बहू को जोर से चोदो आह.. बुझा दो इस प्यासी चुत की प्यास आह.. आ आह..
राजू वहीं खड़ा चुदाई का मज़ा ले रहा था तो काका ने उसे इशारे से जाने के लिए कहा, तब राजू ने अपने कपड़े पहने और वहां से चला गया।
इधर काका स्पीड से मोना की चुत को पेल रहे थे। कोई 10 मिनट बाद मोना झड़ने को हो गई।
मोना- आह.. स्शह फास्ट आह.. काका जोर से करो उनम्म उम्म्म आह..
मोना की चुत ठंडी होने के बाद काका ने लंड चुत से निकाल लिया और दीवार से टेक लगा कर बैठ गए।
मोना- क्या हुआ काका आप नहीं निकालोगे अपना पानी या फिर आपके दिमाग़ में बस मेरी गांड ही घूम रही है?
काका- गांड तो तेरी मैं मारूँगा ही मेरी रानी.. मगर पहले तू मेरे लंड को चूस.. वो साली आ जाए फिर उसके सामने तेरी ठुकाई करूँगा तो उसकी चुत भी गीली हो जाएगी। फिर साली खुद ब खुद मेरे पास अपनी चुत मरवाने आ जाएगी।
काका की बात सुनकर मोना की आँखें फटी रह गईं.. वो बस कुछ पूछने ही वाली थी कि काका ने खुद उसके सवाल का जवाब दे दिया।
काका- ज़्यादा सोच मत बहू रानी.. वो सुबह जब राजू ने हमें देख लिया था तब मैं उससे मिलने गया था।
मोना- हाँ ये पता है, उसने मेरी चुदाई का आपसे कहा, उसके बदले वो किसी को नहीं कहेगा यही ना.. मगर ये नई चुत का क्या चक्कर है काका?
काका ने मोना को सारी बातें विस्तार से बताईं.. तब कहीं जाकर मोना को समझ आया कि माजरा क्या है। वो काका के लंड को सहलाने लगी।
मोना- इसी लिए आज ये इतना अकड़ा हुआ है.. काका बेचारी पर रहम करना.. कहीं उसकी चुत मत फाड़ मत आप और काका वो किसी को हमारे बारे में बता तो नहीं देगी ना?
काका- अरे पागल है क्या, वो खुद लंड की प्यासी है। उसको ऐसा तगड़ा लंड मिल जाएगा तो वो क्यों किसी को बताएगी। चल अब बातें मत कर वो किसी भी पल आ सकती है। तू बस लंड को अच्छे से चूस कर तैयार कर। पहले तेरी गांड को ठोकूँगा, उसके बाद मैं उसकी चुत फाड़ूगा।
मोना- काका मेरी गांड मारोगे तो मुझे बहुत दर्द होगा.. कहीं वो डर के भाग ना जाए। उसके सामने तो आप चुत ही चोद लो ताकि उसको लगे चुदाई में कितना मज़ा आता है.. तभी वो आपके पास आएगी।
काका- अरे वाह मोना रानी.. तू तो बड़ी होशियार है रे, वैसे बात तेरी सही है उसको डराना नहीं है, मज़ा देना है। एक काम कर तू.. चुदवाते समय जोर-जोर से उसको सुनाना कि तुझे कितना मज़ा आ रहा है, तभी मेरा काम बनेगा, नहीं तो साली भाग जाएगी।
दोस्तो, आपकी दुविधा में दूर कर देती हूँ तभी आपको आगे मज़ा आएगा। राजू का एक भाई था श्याम, जिसकी शादी बचपन में ही राधा से हो गई थी। श्याम एक फौजी था और एक साल पहले जब वो ड्यूटी पर था, तो नक्सली हमले में मारा गया। बेचारी राधा विधवा हो गई थी। अब रिवाज के हिसाब से राधा को यहाँ उसके ससुराल में ले आए। गाँव की रीति रिवाज तो आप जानते ही हो। तब से राधा यहीं अपनी जवानी बर्बाद कर रही है।
अब राधा के बारे में भी जान लो। ये एक 20 साल की मदमस्त यौवन की मालकिन थी। वैसे तो गाँव के कई लोग इसे भोगना चाहते थे मगर एक तो ये विधवा और ऊपर से फौजी की विधवा.. ये सोचकर कोई इसे छेड़ता नहीं था। काका भी इसे देखकर मन ही मन इसे चोदने के सपने देखता था मगर कभी ऐसा मौका ही नहीं मिला कि राधा को चोद सके। आज जब काका और राजू बात कर रहे थे, तब राजू ने यही राज बताया था.. जिसे सुनकर काका खुश हुआ था।
चलो वहीं से कहानी शुरू करती हूँ। आप भी समझ जाओगे।
राजू- काका बस एक बार.. फिर कभी नहीं कहूँगा और उसके बदले मैं आपको एक ऐसा राज बताऊंगा कि आप खुश हो जाओगे।
काका- कैसा राज कमीने.. चल पहले बता मेरे काम का हुआ तो आज मोना से तेरी चुदाई करवा दूँगा।
राजू- ठीक है सुनो.. आप तो जानते हो भाई के मरने के बाद राधा को हम घर ले आए थे। वो अक्सर रात को रोती रहती है। अब मैं तो ठहरा फालतू लड़का.. तो रातों को जाग कर गाँव की किसी ना किसी लड़की के बारे में सोचकर मुठ मारता रहता हूँ। मगर एक बार जब मैं अपने कमरे में मुठ मार रहा था तो मुझे बड़ी सेक्सी आहें सुनाई दीं। मैं बाहर आया तो वो आवाज़ राधा के कमरे से आ रही थी। मैंने छिपकर खिड़की से देखा तो वो नंगी अपने बिस्तर पर बैठी अपनी चुत को उंगली से सहला रही थी और जोर-जोर से आहें भर रही थी। मैं तो पहले ही गर्म था, वो नजारा देख कर मेरा पानी निकल गया और मैं वापस अपने कमरे में आ गया। उसके बाद मैं राधा को अलग नज़र से देखने लगा, उसको चोदने के सपने देखने लगा। अक्सर रात को राधा अपनी चुत रगड़ कर शांत होती और मैं उसे देख कर मुठ मारता मगर उससे बात करने की मेरी हिम्मत नहीं होती।
राजू बोले जा रहा था और काका सांस रोके चुपचाप सब सुन रहे थे।
आप मेरी इस सेक्स स्टोरी पर मर्यादित भाषा में ही कमेंट्स करें क्योंकि मैं एक सेक्स स्टोरी की लेखिका हूँ, बस इस बात का ख्याल करते हुए ही सेक्स स्टोरी का आनन्द लें और कमेंट्स करें।
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कहानी जारी है।
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