किराया वसूला चोद कर – Sex Kahani & Antarvasna Story
हेलो दोस्तों मेरा नाम रोहित है. मैं २६ साल का जवान लड़का हूँ. मेरे फॅमिली के पास मुंबई में दो फ्लैट है एक ही सोसाइटी में. एक फ्लैट में हमारी फॅमिली रहती हूँ और दूसरा फ्लैट रेंट पर है. दोनों फ्लैट की बालकनी आमने सामने है. उस फ्लैट पर शोभा नाम की लड़की रहती है. शोभा २८-२९ साल की एक सेक्सी माल है. मैं उसको दीदी कहता हूँ.
शोभा दीदी का बदन पूरा गदराया हुआ था, उसका फिगर ३८-३०-३८ होगा. वो किसी कंपनी में सेल्स मैनेजर है. दीदी जॉब के लिए बहुत तैयार होकर जाती है. बहुत सारा मेकअप और टाइट कपडे. वो डेली बिज़नेस शर्ट और मिनीस्कर्ट पहनती है. मुझे कई बार वो लिफ्ट पर मिली है ऑफिस जाते वक़्त. बिलकुल माल बनकर ऑफिस जाती है. शर्ट के २-३ बटन्स हमेशा खुले रहते है, जिससे उनका क्लीवेज पूरा दीखता है. टाइट शर्ट में उनकी बड़ी बड़ी चूचियों का शेप पूरा दीखता है और उनकी भारी गांड तो स्कर्ट में और भी कातिलाना लगती है. दीदी हाई हील पहनती है जिससे उनकी भारी गांड बाहर निकल जाती है. जब वो चलती है तो उनकी चूचियां बहुत बाउंस होती है. मैं हमेशा दीदी को चोदने का सपना देखता हूँ.
पापा मुझे ही रेंट लेने दीदी के पास भेजते है, मेरी काफी अच्छी दोस्ती हो गयी है उनसे. एक महीने मैं रेंट लेने उनके पास पंहुचा. दीदी ने दरवाजा खोला, उस्समय वो सिर्फ टॉवल में थी. सायद नहा कर आयी थी. टॉवल दीदी ने काफी निचे पहना था, उनकी आधी से ज्यादा चूचियां नंगी दिख रही थी. पूरा बदन उनका भीगा हुआ था, गजब की सेक्सी लग रही थी.
शोभा: अरे रोहित आओ अंदर.. बैठो मैं चेंज करके अति हूँ
मैं: ठीक है दीदी
दीदी थोड़ी देर बाद दीदी वापस आयी, उसने एक टीशर्ट पहना हुआ था, और छोटी सी निकर.
टीशर्ट काफी टाइट थी, उनकी चूचियां बहुत बड़ी बड़ी लग रही थी. और निकर दीदी की विशाल चुत्तड़ को छुपा नहीं पा रहा था. उनकी जवानी पुरे उफान पर थी. मेरा nonveg story तो मन हुआ की अभी पटक कर चोद दूँ उन्हें.
शोभा: और रोहित कैसे आना हुआ
मैं: दीदी वो पापा ने इस महीने का रेंट के लिए भेजा है
शोभा: अरेरे यार थोड़ी दिक्कत हो गयी
मैं: क्या हुआ दीदी
शोभा: इस मंथ मुझे सैलरी नहीं मिली है, कंपनी की हालत ख़राब है. तू अंकल को बोल दे की मैं २-३ दिन बाद में देती हूँ
मैं: ठीक है दीदी
फिर मैं वहा से चला गया. इस तरह मैं २-३ बार और गया उनके पास पर रेंट नहीं मिला. ऐसा करते हुए नेक्स्ट महीना भी आ गया. मैं दीदी के पास फिर गया, दीदी उस समय ट्रेडमिल पर दौड़ रही थी. उन्होंने मुझे बैठने बोला और रनिंग करने लगी. दीदी ने एक स्पोर्ट ड्रेस पहना हुआ था, जो उनकी बदन से पूरा चिपका हुआ था. उस ड्रेस में दीदी का जवान गदराया हुआ बदन पूरा दिख रहा था. मैं उनकी चुत्तड़ो को निहार रहा था, जब दीदी दौड़ रही थी तो उनकी बड़ी बड़ी चूचियां हिल रही थी. दीदी पसीने से भीग चुकी थी, जिससे उनकी बदन और कयामत ढा रहा था. मेरा लंड पूरी तरह अकड़ चूका था दीदी की जवानी देखकर
दीदी: रोहित रेंट का इंतजाम अभी तक नहीं हो पाया है
मैं: दीदी पापा ने आज रेंट लाने बोला नहीं तो आपको घर खाली करना पड़ेगा
दीदी: अरे यार अंकल को समझाओ ना
मैं: दीदी पापा नहीं मान रहे है.. इसबार रेंट लेकर ही आना बोले है
दीदी उस्समय अपना बदन पोछ रही थी. पसीने में उनका बदन और भी मस्त लग रहा था
दीदी: अरे भाई तू ही थोड़ा समझा ना
मैं: ठीक है दीदी.. पर मुझे क्या मिलेगा
दीदी: तुझे क्या चाहिए
मैंने दीदी की चूचियों पर हाथ रखा और इशारा किया
मैं: दीदी मैं आपकी इस जवान बदन को भोगना चाहता हूँ
दीदी: पागल है क्या..ये नहीं होगा
मैं: सोच लो दीदी. घर से जाना पड़ेगा. अगर मेरी बात मानलोगी तो रेंट का टेंशन नहीं होगा
दीदी: पर रोहित तू मुझे दीदी बोलता है
मैं: दीदी आपकी जवानी ने मेरी नींद हराम कर राखी है. इतनी बड़ी बड़ी चूचियां है आपकी किसी भी लड़के का मन डोल जाये. और ये आपकी भारी गांड तो मेरा लंड ही खड़ा कर देती है
दीदी: पर रोहित .. तू मेरी मजबूरी का फयादा उठाना चाहता है
मैं: सोच लो दीदी.. बेघर होना है की मुझसे चुदवाना है.. कसम से दीदी बहुत मजे दूंगा मैं.. वैसे आपकी मर्जी. मुझे बता दीजियेगा.
फिर मैं वहा से चला गया और घर जाकर मूठ मारने लगा. दीदी की गदराया बदन मेरे आँखों के सामने चल रहा था और मैं जोर जोर से अपना लंड हिला रहा था.
करीब एक हफ्ते बाद दीदी का कॉल आया.
दीदी: रोहित, मुझे तेरा ऑफर मंजूर है
मैं: सच दीदी.. बहुत मजा आएगा
दीदी: आज रात तू आ जाना
मैं: ठीक है दीदी
मैंने दीदी के लिए एक सेक्सी रेड कलर की साड़ी ली थी और ब्लाउज बनवाया था, जिसका गला काफी डीप रखा था.. मैं रात को दीदी के पास पंहुचा
मैं: दीदी ये साड़ी मैंने आपके लिए ली.. आज आप इसको पहन कर तैयार हो जाओ. आपका छोटा भाई आपके साथ सुहागरात मनाएगा
दीदी: ठीक है रोहित
दीदी अंदर चली गयी और १ घंटे के बाद तैयार हो कर आयी. उफ्फ्फ दीदी क्या लग रही थी. उन्होंने बहुत मेकअप कर रखा था, बिलकुल नई नवेली दुल्हन लग रही थी. रेड कलर की साड़ी में दीदी बहुत ही सेक्सी लग रही थी. ब्लाउज मैंने बहुत डीप रखा था, जिससे दीदी की चूचियां बहुत ज्यादा दिख रही थी.
मैं: उफ्फ्फफ्फ्फ़ शोभा माय जान … आज तो कहर ढा रही हो
दीदी: रोहित करले जो करना है
मैं: अररर्रे दीदी आप अभी तक नाराज हो, आप एन्जॉय करो.. आज आपकी सुहागरात है मेरे साथ. आज आपका भाई अपने लंड से आपको बहुत चोदेगा
दीदी: ठीक है भाई.. तो फिर मना सुहागरात मेरे साथ, चोद डाल मुझे
मैंने दीदी को पकड़ा और उनका पल्लू गिरा दिया. इतना डीप क्लीवेज दिख रहा था, ऑलमोस्ट पूरी चूचियां नंगी दिख रही थी. मैंने दीदी को लिप किश करने लगा, दीदी ने भी मेरा साथ दिया. मेरा हाथ दीदी की चूचियों को मसल रहा था,
दीदी: उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ …. आअह्ह्ह भाई थोड़ा धीरे
मैं: आई लव यू शोभा,,,, मैं दीदी आपका दीवाना हूँ, क्या बदन है आपका.
दीदी: तो ले ले भाई पूरा मजा.. चूस इन चूचियों को और मसल दे
मैंने दीदी का ब्लाउज फाड़ दिया, अब उनकी चूचियां नंगी हवा में झूल रही थी. पपीते के साइज दो बड़ी बड़ी गोरी चूचियां मेरे सामने बाउंस हो रही थी.मैंने चूचियों को थाम लिया और खूब दबाने लगा. बहुत ही सुन्दर और कसी हुई चूचियां थी.
मैं: ऊऊफफफफ दीदी कितनी बड़ी चूचियां है …
दीदी: अह्ह्ह्हह … उईईईईई भाई और दबा इसे
मैं चूचियों को खूब मसल रहा था और चूस रहा था. मैंने दीदी का हाथ मेरे पैंट में घुसा दिया. दीदी मेरे कड़क लंड को छू कर डर गयी..
दीदी: हाय राम .. कितना बड़ा हथियार है तेरा
मैं: दीदी ८ इंच का मोटा लंड है.. बहुत मजा देगा ये.. आओ ना दीदी इसे चूसकर तैयार करदो
दीदी ने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और सक करने लगी. दीदी की कोमल होठ के स्पर्श से लंड तन तना उठा. दीदी बहुत जोरदार सक कर रही थी.१० मिनट में दीदी ने चूसकर कर मेरा माल गिरा दिया. अब मैंने दीदी की पेटीकोट उतर दी. अब दीदी पूरी नंगी मेरे बिस्तर पर लेटी थी. किसी सेक्सी पोर्नस्टार के जैसे लग रही थी. दीदी का बूर पावरोटी की तरह फुला हुआ था.
मैंने दीदी की बूर को खूब चूसा, दीदी अब चुदाई के लिए बिलकुल तैयार थी. मैंने अपना लंड दीदी की बूर में सेट किया और धक्का मार दिया. लंड बूर को चीरता हुआ अंदर चला गया..
दीदी: उईईईईई माँ.. मर गयी भाई… निकल इसे
मैं: थोड़ा दर्द बर्दाश्त करलो… मैंने आपकी सील तोड़ दी है.. अब आपको भी चुदाई का मजा आएगा
२-३ धक्को में मैंने अपना लंड पूरा पेल दिया दीदी की बूर में. और मैं धीरे धीरे उन्हें चोदने लगा…
दीदी: आअह्ह्ह्ह.. भाई ,,,, अब मजा आ रहा है….
मैं: उफ्फ्फफ्फ्फ़ शोभा डार्लिंग… ये ले मेरा लंड..
दीदी: उफ्फफ्फ्फ़… आअह्ह्ह्ह … रोहित मेरे भाई.. फ़क मी मोर
मैं दीदी की हिलती चूचियों को दबा दबा कर चोद रहा था. मेरा लंड ताबड़तोड़ दीदी की बूर में अंदर बाहर हो रहा था.
मैं: उफ्फ्फ्फ़ … दीदी,,, आज आपको चोदने की इच्छा पूरी हो गयी.. बहुत तड़पाया है आपकी चूचियों ने
दीदी: और चोद भाई मुझे.. ले ले अपनी तड़प का बदला.. बुझा ले अपनी हवस .. बहनचोद
मैं: आईई… आपको चोदने के लिए तो मैं बहनचोद भी बन जाओ
मैंने अपनी रफ़्तार बहुत तेज कर दी. मेरा लंड दीदी की चुत की मस्त ठुकाई कर रहा था…और दीदी जोर जोर से मॉन करके एन्जॉय कर रही थी..
दीदी: आअह्ह्ह्हह भाई.. बहुत मजा आ रहा है.. अबसे तू डेली मेरी चुदाई करना
मैं: उफ्फफ्फ्फ़ दीदी..आअह्ह्ह्ह.. आअज से आप मेरी गर्लफ्रेंड..
दीदी: चोदते जा भाई.. रुक मत
४० मिनट खूब चोदने के बाद मैं झड़ गया. उस रात मैंने ३ बार दीदी को और चोदा.
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