Tag: रशतनत

मैं रिश्ते-नाते भूल कर चुद गई-1

मैं रिश्ते-नाते भूल कर चुद गई-1 सारिका कँवलनमस्कार, मैं सारिका कँवल आप सभी पाठकों का धन्यवाद करना चाहती हूँ कि आप सबने मेरी कहानियों को इतना सराहा। मैं चाहती …

मैं रिश्ते-नाते भूल कर चुद गई-2

मैं रिश्ते-नाते भूल कर चुद गई-2 सारिका कँवलमैं लगभग नींद में थी कि मुझे कुछ एहसास हुआ मेरी टांगों में और मेरी नींद खुल गई। मैं कुछ देर यूँ …

मैं रिश्ते-नाते भूल कर चुद गई-3

मैं रिश्ते-नाते भूल कर चुद गई-3 सारिका कँवलमैंने और तड़प कर छटपटाने की कोशिश की, पर उनकी पकड़ इतनी मजबूत थी कि मेरा हिलना भी न के बराबर था। …