Tag: वकत

वक़्त से पहले और किस्मत से ज्यादा

वक़्त से पहले और किस्मत से ज्यादा प्रेषक : संजीव सिंह कहानी लगभग आठ वर्ष पुरानी है, मैं यूरोप में नौकरी करता था और जैसे किसी भी आम व्यक्ति …

भाभी की चुदाई के लिए वक्त नहीं था भाई के पास

भाभी की चुदाई के लिए वक्त नहीं था भाई के पास दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। पहले मैं अपनी कहानी भेजने से हिचकिचाता था पर जब आप …